भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नेपाल के सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल को ‘भारतीय सेना के जनरल’ की मानद उपाधि से सम्मानित किया। यह आयोजन राष्ट्रपति भवन में हुआ, जो भारत और नेपाल के बीच 1950 से चले आ रहे आपसी सम्मान और गहरे सैन्य संबंधों की परंपरा को दर्शाता है। यह समारोह दोनों देशों की रक्षा सहयोग और मैत्रीपूर्ण संबंधों को और मजबूत करने की साझा प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करता है।
मुख्य बिंदु
समारोह का विवरण
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में विशेष समारोह के दौरान जनरल अशोक राज सिग्देल को ‘भारतीय सेना के जनरल’ की मानद उपाधि प्रदान की।
- यह सम्मान जनरल सिग्देल की उत्कृष्ट सैन्य क्षमताओं और भारत-नेपाल के लंबे और मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने में उनके योगदान को मान्यता देता है।
1950 से परंपरा
- भारत और नेपाल के बीच 1950 से यह विशेष परंपरा चल रही है।
- भारतीय सेना प्रमुख को ‘नेपाल सेना के जनरल’ की मानद उपाधि दी जाती है, जबकि नेपाल सेना प्रमुख को ‘भारतीय सेना के जनरल’ का मानद पद प्रदान किया जाता है।
जनरल सिग्देल की यात्रा का महत्व
- जनरल सिग्देल की भारत यात्रा 11 दिसंबर 2024 को शुरू हुई और 14 दिसंबर 2024 को समाप्त होगी।
- यह यात्रा दोनों देशों के रक्षा संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्रीय सुरक्षा एवं सहयोग के प्रति साझा प्रतिबद्धता को उजागर करने के लिए की जा रही है।
हालिया पारस्परिक सम्मान
हाल ही में नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी को काठमांडू में एक समारोह के दौरान ‘नेपाल सेना के जनरल’ की मानद उपाधि से सम्मानित किया।
रणनीतिक महत्व
ये आदान-प्रदान भारत और नेपाल के बीच मजबूत रक्षा साझेदारी और आपसी सम्मान को रेखांकित करते हैं।
दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।