हरियाणा राज्य में वर्ल्ड बैंक की सहायता से प्रस्तावित योजनाएं तकनीकी, पर्यावरणीय और जल प्रबंधन से जुड़े क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए तैयार हैं। इन योजनाओं में ग्लोबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सेंटर की स्थापना एक विशेष पहल है, जो हरियाणा को तकनीकी नवाचार और वैश्विक पहचान दिलाने में मदद करेगी।
[wp_ad_camp_2]वर्ल्ड बैंक का योगदान
- वित्तीय सहायता:
- हरियाणा क्लीन एयर प्रोजेक्ट सहित विभिन्न योजनाओं के लिए वर्ल्ड बैंक ने वित्तीय सहायता देने का वादा किया है।
- लगभग 3647 करोड़ रुपये की परियोजनाओं में से 2498 करोड़ रुपये का ऋण वर्ल्ड बैंक प्रदान करेगा।
- तकनीकी सहयोग:
- वर्ल्ड बैंक अपने विशेषज्ञता और तकनीकी समाधान से हरियाणा में सतत विकास, जल प्रबंधन और पर्यावरणीय स्थिरता के लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगा।
- अंतरराष्ट्रीय पहचान:
- वर्ल्ड बैंक की भागीदारी से हरियाणा वैश्विक निवेशकों के लिए एक आकर्षक केंद्र बनेगा।
- हरियाणा को “टेक्नोलॉजी हब” और “पर्यावरणीय स्थिरता मॉडल” के रूप में स्थापित किया जाएगा।
ग्लोबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सेंटर की विशेषताएं
- एआई अनुसंधान और नवाचार का केंद्र:
- यह सेंटर एआई आधारित अनुसंधान, विकास और नवाचार के लिए समर्पित होगा।
- भारत और दुनिया भर के विशेषज्ञों को अनुसंधान और साझेदारी के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
- युवाओं को आधुनिक कौशल में प्रशिक्षण:
- एआई, मशीन लर्निंग, डेटा साइंस और रोबोटिक्स जैसे अत्याधुनिक कौशल में प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
- यह पहल हरियाणा के युवाओं को वैश्विक नौकरी बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाएगी।
- डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा:
- डिजिटल तकनीक और स्टार्टअप्स को समर्थन देकर हरियाणा को एक “डिजिटल इकोनॉमी हब” बनाया जाएगा।
- नए उद्यम और रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
- उद्योगों में एआई का अनुप्रयोग:
- कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में एआई आधारित समाधान लागू किए जाएंगे।
- उत्पादन क्षमता और सेवाओं में सुधार होगा।
- वैश्विक साझेदारी:
- वर्ल्ड बैंक और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ मिलकर एआई पर आधारित परियोजनाओं पर काम होगा।
- एआई सेंटर को ग्लोबल स्तर पर मान्यता दिलाने के लिए अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा मिलेगा।
- पर्यावरणीय सुधार और स्मार्ट समाधानों में एआई का योगदान:
- वायु प्रदूषण नियंत्रण और जल प्रबंधन में एआई आधारित मॉडल तैयार किए जाएंगे।
- एआई का उपयोग कृषि उत्पादकता को बढ़ाने और प्राकृतिक संसाधनों के कुशल उपयोग के लिए किया जाएगा।
अन्य प्रमुख योजनाएं
- नदियों को जोड़ने की योजना:
- नदियों को जोड़ने से सिंचाई सुविधाओं में सुधार और जल प्रबंधन में स्थिरता आएगी।
- यह परियोजना अमृत सरोवर योजना के तहत जल निकायों के पुनर्जीवन में मदद करेगी।
- हरियाणा क्लीन एयर प्रोजेक्ट:
- राज्य में वायु प्रदूषण नियंत्रण और सतत शहरी विकास के लिए 2030 तक प्रदूषण मुक्त हरियाणा का लक्ष्य।
- परियोजना के तहत 11 विभागों के साथ समन्वय करके वायु गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा