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![हरियाणा के प्रसिद्ध किले (Famous Fort of Haryana)](https://haryanamagazine.com/wp-content/uploads/2024/12/Famous-Fort-of-Haryana.jpg)
हरियाणा के प्रसिद्ध किले (Famous Fort of Haryana)
पंचकूला के किले
रामग़ढ़ का किला
यह किला हरियाणाके पंचकुला के बॉर्डर अपर स्थित है यह किला चंदेल राजपूतो का है यह भी हरियाणा के प्रसिद्ध किले मे से एक था लेकिन अब इसके आधे हिस्से में होटल व रिसोर्ट है जो अपने आप मे देखने लायक है हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर घराने के एक पुत्र 360 साल पहले रामपुर आकर बसे थे और इस किले की स्थापना की थी
रानीपुर का किला
- यह किला रायपुररानी कस्बे में स्थित है और करीब 500 साल पुराना ऐतिहासिक किला है गुरु गोबिंद, का समय की रानी के आग्रह पर इस किले में आकर ठहरे थे, वे रानी की भक्ति से काफी प्रसन्न हुए और रानी साहिबा को एक पुत्र रतन पैदा हुआ जिनका नाम राय सिंह रखा गया
- इस बालक के नाम पर एक किला बनवाया गया, जो बाद में एक कस्बे के रूप मे रायपुर के नाम से आबाद हुआ, जो अब रायपुररानी के नाम से प्रचलित है किसी जमाने मे यह भी हरियाणा के प्रसिद्ध किले मे से एक था लेकिन अब इस किले की इमारत में वर्तमान में गुरुद्वारा है जहाँ पर काफी संख्या में श्रदालु आते है
पिंजोर का किला
यह पंचकुला के पिंजोर मे स्थित है
यमुनानगर के किले
बुढ़िया/ बड़िया का किला
यह किला सिख शासकों द्वारा बनाया गया था बुढ़िया यमुनानगर ला प्राचीन शहर है ऐसा माना जाता है कि बीरबल का जन्म इसी स्थान पर हुआ था
बीरबल का रंगमहल
यह यमुनानगर से 12 किलोमीटर दूर बुढ़िया नामक गाँव के पास दूर जगलों मे स्थित है इसका निर्माण शाहजहाँ के शासन काल मे हुआ था
छाछरोली का किला
इस किले को कलसिया रिसायत का किला भी कहते है यह पोंटा साहिब मार्ग पर 15 किलोमीटर दूर छाछरोली गाँव मे स्थित है इस किले को रानी की खिड़की भी कहा जाता है
चनेटी ग्राम का स्तूप
यह यमुनानगर के जगाधरी से 3 किलोमीटर दूर स्थित है हेनत्सांग के अनुसार इसे अशोक द्वारा बनवाया गया था यह लगभग 100 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ और यहाँ अशोक स्तूप के अवशेष प्राप्त है यह हरियाणा के प्रसिद्ध किले मे से एक है
सागौर का किला
यह किला यमुनानगर के सागौर में स्थित है। यह किला अपनी ऊंची दीवारों और सामरिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। सागौर किले के खंडहर प्राचीन समय के शिल्प और स्थापत्य कौशल का उदाहरण हैं। यह स्थान अब संरक्षण और शोध की आवश्यकता में है।
महेंद्रगढ़ के किले
ढोसी पहाड़ी का किला
- ढोसी पहाड़ी का किले को 16 वीं सदी के हिन्दू सम्राट हेमचन्द्र विक्रमादित्य ने बनवाया था। ढोसी की पहाड़ियाँ अपनी दुर्लभ जड़ी-बूटियों के लिए प्रसिद्ध है यह हरियाणा के प्रसिद्ध किले मे एक है
- इसके नजदीक दक्षिण पश्चिम की सबसे ऊंची पहाड़ी कुलताजपुर गाँव मे स्थित है जिसकी ऊंचाई 652 मीटर है
माधोगढ़ का किला
- माधोगढ़ के किले का निर्माण राजस्थान के माधोगढ़ के शासक सवाई माधो सिंह ने 18 वीं शताब्दी में करवाया था। यह किला अरावली पर्वत श्रंखलाओं की माधोगढ़ की पहाड़ी पर स्थित है।
बीरबल का छता
- इसका निर्माण नारनौल के दीवान राय ए राइन ने शाहजहाँ के कल मे बनवाया था प्राचीन काल मे बीरबल का यहाँ आना जाना था इसलिए ईसे बीरबल का छता कहा जाता है ऐसा माना जाता है की यहाँ पर एक सुरंग जो दिल्ली, जयपुर व ढोसी की पहाड़ी से जुड़ी हुई है
जल महल
- इसका निर्माण नारनौल के जागीरदार शासक कुली खान से 1591 मे बनवाया था यह नारनौल के दक्षिणके स्थित है यह लगभग 11 एकड़ में फैला हुआ और तालाब के बीचों बीच स्थित है
कानोड़ का किला
- इस किले को महेंद्रगढ़ के किले के नाम से भी जाना जाता है। इस किले का निर्माण 19 वीं शताब्दी में मराठा शासक तांतिया टोपे ने करवाया था। इस किले को वर्गाकार बनाया गया है।
- देखते रहिए हरियाणा के प्रसिद्ध किले
- पहले इस जगह को कानोंड़ (कान्होड) नाम से जाना जाता था जिसे थानोडिया ब्राह्मणों ने बसाया था।
- बाद में कानोंड़ पर पटियाला के शासकों का आधिपत्य हो गया। सन् 1861 में पटियाला के शासक नेरेन्द्र सिंह द्वारा अपने पुत्र महेंद्र सिंह के सम्मान में इस किले का नाम महेंद्रगढ़ रखा गया। आगे चल कर कानोड को महेंद्रगढ़ कहा जाने लगा।
हिसार के किले
हिसार-ए-फिरोजा
- हिसार- ए-फिरोजा का निर्माण सन् 1354 में फिरोज शाह तुगलक ने करवाया था। फिरोजशाह तुगलक एक अच्छे वास्तुकार थे उन्होंने अपनी देखरेख में हिसार-ए-फिरोजा के निर्माण करवाया था।
- हिसार-ए-फिरोजा में बना गुजरी महल इसकी सबसे सुंदर इमारतों में से एक है और हरियाणा के प्रसिद्ध किले मे से एक है
- बाद में बादशाह अकबर के काल में इसके नाम से फिरोजा को हटा कर केवल हिसार रखा गया।
हांसी का किला
हांसी का किला जिसे पृथिराज चौहान का किला और असिगढ़ का दुर्ग (किला) के नाम से भी जाना जाता है। इस किले का निर्माण हिसार जिले के हांसी शहर में 12 वीं सदी में पृथिराज चौहान ने करवाया था। इस किले के निर्माण का मुख्य उद्देश्य मुगल शासको द्वारा किए जाने वाले आक्रमणों से रक्षा करना करना था।
भिवानी के किले
लोहारु का किला
इसका निर्माण जयपुर के राजा अर्जुन देव ने 1570 ईस्वी मे बनवाया था
तोशाम की बरादरी
यह बारादरी कस्बे से बाहर एक पहाड़ी की चोटी बड़े ही शान से कस्बे के प्राचीन रूप को बयां करती है। इसे पृथ्वीराज चौहान की कचहरी के नाम से भी जाना जाता है।
गुरग्राम के किले
फारुखनगर के किले
फारुखनगर गुरुग्राम का एक छोटा-सा कस्बा है जो इतिहास के पन्नों में अपना अलग ही अस्तित्व रखता है। इस कस्बे की स्थापना एक मुगलशासक फौजदार खान ने 1732 में की थी।
शीशमहल
शीशमहल का निर्माण मुगलशासक ने अपनी रानी के लिए करवाया था। इस किले के अंदर बने खंडहर से एक सुरंग किले से कुछ दूरी पर स्थित बाउली तक जाती है जहां रानी हर रोज स्नान के लिए जाती थी। अब ये बाउली इतिहास के पन्नों में कहीं खो कर रख गई।
बादशाहपुर का किला
गुरुग्राम जिले के बादशाहपुर के 20 एकड़ में बना बादशाहपुर का किला मुगलों के शासनकाल से अपने इतिहास को संजोय हुए है। और आज अवैध कब्जाधारियों से अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।
सोहना का किला
इसका निर्माण 8 वी शताब्दी के राजा मोहन सिंह ने करवाया था यह गुरुग्राम जिले में स्थित सोहना हरियाणा का एक प्रसिद्ध दार्शनिक स्थल है जहां स्थित दमदमा झील, गर्म पानी का चश्मा, सोहना का किला इत्यादि पर्यटकों को आकर्षित करने का कार्य करते है।
सिरसा के किले
सारस का किला
यह किला राजा सारस ने बनवाया था
जींद के किले
जींद का किला
इस किले का निर्माण 1775 ईस्वी मे राजा गजपत सिंह इसका निर्माण करवाया था यह लगभग 5 एकड़ में फैला हुआ है इसमें लखोरी ईंट का प्रयोग किया गया है जिससे मौसम का इन पर कोई पर प्रभाव नही पड़ता और आज भी इन ईंटों का कुछ नही बिगड़ा इस किले का नाम राजा गजपत सिंह ने अपने पुत्र फतेहसिंह के नाम पर फतेहगढ़ रखा है
कैथल के किले
भरनौली का किला
16वीं शताब्दी में इस किले का निर्माण मुगलों के राज में हुआ था इस किले को भाई समुदाय के उदय सिंह के पूर्वजों द्वारा बनवाया गया था।
कुरुक्षेत्र के किले
कर्ण का किला
यह किला कुरुक्षेत्र में स्थित है राजा कर्ण का किला हरियाणा के प्रसिद्ध किले में से एक है। इतिहास में दिलचस्पी रखने वालों के लिए यह एक पसंदीदा स्थान है, यह किला तीन अलग अलग सांस्कृतिक रहस्यों को बताता है, बहुत साल पहले यह हरियाणा के प्रसिद्ध किले मे एक थालेकिन यह किला अब खंडहर में परिवर्तित हो चुका है इसे कर्ण का टिला भी कहते है
सोनीपत के किले
दरियापुर का किला
यह किला पृथ्वीराज चौहान ने बनवाया था जिसका नाम सेनापति दरियासिंह के नाम पर रखा गया लेकिन 1192 ईस्वी मे मोहमद गौरी ने इस किले को नष्ट कर दिया गया था
करनाल के किले
गजपत सिंह का किला
कुंजपुरा का किला
यह करनाल के कुंजपुरा नामक गाँव मे स्थित है इसे शाहजहां के शासन काल मे 1765 ले आस पास बनवाया गया था यह बिल्कुल खण्डर हो चुका है इसका सिर्फ प्रवेश द्वार ही बचा है
पानीपत के किले
काबुली बाग का किला
यह पानीपत की प्रथम लड़ाई में बाबर ने अपनी जीत की खुशी में बेगम मुसम्मत की याद मे बनवाया गया था इए किले मव एक गार्डन, मस्जिद व टैंक बना हुआ है
रोहतक के किले
महम की बावड़ी
यह रोहतक के महम नामक स्थान पर स्थित है इसे 1656 में शाहजहाँ कालीन सद्दो कलाल द्वारा बनवाया गया था इसके अंदर 4 मंजिले है
फरीदाबाद के किले
राजा नाहर सिंह का किला
इस किले को राजा बल्लू के शासन कल मे बनवाया था लेकिन उस समय यह पूरा नहीं बनवाया था उसके बाद उसके पुत्र किशन सिंह से इसका निर्माण पूरा करवाया था इसमे अजित व बल्लू नाम के दो दरवाजे है यह फरीदाबाद के वल्लभगढ़ मे स्थित है
पलवल के किले
किशोरी महल
यह पलवल के होडल में स्थित है इसका निर्माण 1754 से 1764 में हुआ यह महल राजा सूरजमल ने अपनी पत्नी की याद मे बनवाया था किशोरी राजा सूरजमल की धर्मपत्नी थी। राजा सूरजमल ने अपने शासन के दौरान बहुत सी ऐतिहासिक इमारतों को बनवाया था इसी महल मे बाराखम्बा छत्तरी बहुत महत्वपूर्ण है।
मटिया का किला
मुगलकाल में यह किला बनवाया गया था। यह किला अब खंडहर में परिवर्तित हो चुका है।
मेवात के किले
तावडू का किला
यह किला मेवात के नुहु मे तावडू नामक गांव में स्थित है इस किले में तावडू के इतिहास की जानकारी मिलती है और चारों तरफ ऊँची दीवारे बनी हुई है जिसे बाद में राजा नाहर सिंह किले का नाम दिया गया अब इस स्थान पर पुलिस थाना बना दिया है
घसरा का किला
यह मेवात जिले के नुहु शहर से 14 किलोमीटर दूर घसरा गांव में स्थित है जो अब लगभग खत्म हो चुका है
बाला का किला
यह अलवर के उत्तर-पश्चिम अरावली पर्वत श्रंखला पर स्थित है इसका निर्माण हसन खान ने कराया था। इस किले की बुलंदी तकरीबन एक हजार फीट है, इसकी लम्बाई 3 मील और चौडाई 1 मील है। उनके किले मे 15 बडी और 52 छोटी बुर्जियां है। इस किले पर करीब तीन हजार पांच सौं कंगूरे हैं। यह किला बाला किला के नाम से मशहूर है
अन्य महत्वपूर्ण हरियाणा के प्रसिद्ध किले (Famous Fort of Haryana)
- गोपाल गिरी का किला: गुरुग्राम
- बलबन ने कौन स किला बनवाया था: गोपाल गिरी
- गोपाल गिरी का दुर्ग बलबन के द्वारा शताब्दी में बनवाया गया: 13वीं शताब्दी में
- राजा नाहर सिंह किले का निर्माण: बलराम किशन
- माधवगढ़ महेंद्रगढ़ के किले का निर्माण: सवाई माधव सिंह
- बावल रेवाड़ी के किले का निर्माण: हीरा सिंह
- अस्सी गढ़ का किला है: हिसार हंसी मे
- पुरानी हवेली के नाम से किला या महल: फतेहाबाद, जिसका निर्माण फिरोजशाह तुगलक ने करवाया था
- फतेहाबाद के भीरढाना मे एक प्राचीन किला है