प्रिय पाठकों, आज हम haryanamagazine.com की टीम के माध्यम से आज हम आपके लिए हरियाणा राज्य की जलवायु (Climate of Haryana State), के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी लेकर आए है, जिससे आप आने वाले HSSC, SSC, Bank Jobs आदि अनेक प्रकार की प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर सकते है।
अगर आपके पास हरियाणा राज्य की जलवायु (Climate of Haryana State), से सम्बंधित कोई जानकारी है, जानकारी अधूरी रह जाती है या फिर हमारी जानकारी में कोई गलती है तो कृपा आप हमारे कॉमेंट बॉक्स में सांझा कर सकते है।
![हरियाणा राज्य की जलवायु (Climate of Haryana State)](https://haryanamagazine.com/wp-content/uploads/2024/12/Climate-of-Haryana-1024x576.png)
हरियाणा राज्य की जलवायु (Climate of Haryana State)
हरियाणा एक ऐसा जिला है जिसकी सीमा न तो कसी देश से लगती है और ना ही इसकी सीमा किसी समुन्द्र को छूती है। जलवायु का निर्धारण समुद्र से दुरी , उत्तर पश्चिमी विक्षोभ एवं दक्षिणी पश्चिमी मानसून से होता है।
इसीलिए हरियाणा राज्य की जलवायु उपोषण कटिबंधीय शुष्क महाद्वीप प्रकार की है। यहाँ गर्मियों मे अधिक गर्मी और सर्दियों मे अधिक सर्दी पड़ती है गर्मियों मे मई जून मे 40 से 45 डिग्री तक तापमान पहुँच जाता है तथा सर्दियो मे 0 डिग्री तक तापमान पहुँच जाता है।
समुद्र से दूर होने के कारण राज्य की जलवायु उपोषण कटिबंधीय शुष्क महाद्वीप जलवायु है। हिमाचल प्रदेश की सीमा से सटे होने के कारण उत्तरी क्षेत्र में उपोषण आर्द्र जलवायु जबकि राजस्थान की सीमा से सटे दक्षिणी क्षेत्र में शुष्क जलवायु पायी जाती है।
- हरियाणा मे दो जिले हिसार व नारनौल सबसे गर्म व सबसे ठंडे होते है।
जर्मनी के वैज्ञानिक डा ब्लादिमीर कोपेन के अनुसार हरियाणा राज्य की जलवायु को दो भागो मे बांटा गया है।
- पश्चिमी भाग मे उपोषण सटेपी जलवायु
- पूर्वी भाग मे आर्द्र उपोषण (शीत ऋतू) जलवायु
हरियाणा राज्य की जलवायु को मुख्यत: चार प्रकार मे विभाजित किया गया है।
आर्द्र उपोषण जलवायु
यह जलवायु हरियाणा के उतरी क्षेत्र मे हिमाचल प्रदेश के लगते जिलों मे पाई जाती है इसके अंतर्गत पंचकुला अंबाला यमुनानगर जिले आते है।
उपोषण सटेपी जलवायु
यह जलवायु हरियाणा के मध्य क्षेत्र मे पाई जाती है इसके अंतर्गत सिरसा, हिसार, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी आदि जिले आते है।
अर्द्ध शुष्क जलवायु
यह जलवायु हरियाणा के दक्षिणी क्षेत्र मे राजस्थान के लगते जिलों मे पाई जाती है, इसके अंतर्गत कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, जींद, पानीपत और कुछ हिस्सा फतेहाबाद का भी आता है।
महाद्वीपीय जलवायु
यह जलवायु हरियाणा के उतरी पश्चिमी व दक्षिणी पश्चिमी विभोग के करना जलवायु का निधारण करती है, इसके अंतर्गत मेवात, पलवल, महेंद्रगढ़ भिवानी, थोड़ा बहुत हिस्सा सिरसा का आता है।
नोट: इस मानचित्र के माध्यम से आपको समझाया जा रहा है कि कौन सी जलवायु हरियाणा मे किन किन जिलों मे स्थित है।
- पीली लाइन से ऊपर वाला भाग : आर्द्र उपोषण
- पीली लाइन और नीली लाइन के बीच वाला भाग : अर्द्ध शुष्क
- नीली लाइन और लाल लाइन के बीच वाला भाग: उपोषण सटेपी
- लाल लाइन से नीच वाला भाग: महाद्वीपीय
हरियाणा की ऋतुए
हरियाणा मे मुख्यत तीन प्रकार की ऋतुए पाई जाती है जिंका वर्णन नीचे दर्शाया गया है।
ग्रीषम ऋतु
हरियाणा में ग्रीष्मकाल सामान्यत: मार्च महीने से लेकर जून तक होता है और जून महीने यहाँ लू चलती है इन महीनो मे औसत तापमान 40 से 46 डिग्री तक पहुँच जाता है। गामीयों के दिनों में हरियाणा का औसतन तापमान 35 डिग्री रहता है। हरियाणा का सबसे गर्म शहर हिसार है।
वर्षा ऋतु
हरियाणा प्रदेश की गिनती न्यूनतम वर्षा वाले राज्यों में की जाती है। यहाँ वर्षा ऋतु का सामान्य समय जुलाई महीने से लेकर सितंबर तक होता है और राज्य में औसत वर्षा 45 – 55 सेंटीमीटर के मध्य होती है।हरियाणा के दक्षिणी पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती जिलों के कुछ भाग में 30 सेंटीमीटर से भी कम होती है। वाही शिवालिक क्षेत्र में वर्षा की मात्रा 110 सेंटीमीटर तक हो जाती है। हरियाणा में वर्षा असमान रूप, अनियमित और अनिश्चित रूप से होती है।
शीत ऋतु
इस ऋतु का समय अक्तूबर महीने से लेकर फरवरी तक होता है और इन महीनो मे औसत तापमान 12 से 14 डिग्री तक होता है और शिवालिक क्षेत्रों मे कोई बार तापमान तो 0 डिग्री से भी नीचे चला जाता है
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न हरियाणा राज्य की जलवायु (Climate of Haryana State)
हरियाणा का सबसे अधिक वर्षा वाला जिला: पंचकुला लेकिन HSSC केआधार पर इसका उत्तर है अंबाला क्योंकि इसके चारों तरफ शिवालिक की पहाड़ियों का विस्तार है
- हरियाणा का सबसे अधिक वर्षा वाले जिले: अंबाला (सबसे ज्यादा वर्षा -सालाना लगभग 47.16 इंच ), पंचकुला, यमुनानगर, करनाल, कुरुक्षेत्र आदि
- हरियाणा का सबसे कम वर्षा वाला जिला: सिरसा
- हरियाणा का सबसे कम वर्षा वाला जिले: सिरसा, हिसार, भिवानी, फ़तेहाबाद, रेवाड़ी, गुरुग्राम, महेन्द्र्गढ़ आदि
- हरियाणा का एकमात्र नियमित वर्षा वाला जिला है: करनाल
- सबसे ज्यादा वर्षा किस भाग मे होती है: उतरी पूर्वी
- उतरी पूर्वी क्षेत्रों मे लगभग वर्षा: 110 से मी
- पूरे हरियाणा मे वार्षिक वर्षा का औसत: 45 सेंटीमीटर
- सबसे कम वर्षा किस भाग मे होती है: दक्षिण पश्चिमी 30 सेंटीमीटर से भी कम
- हरियाणा राज्य की जलवायु उपोषण कटिबंधीय शुष्क महाद्वीप है: समुन्द्र से दूरी होने के कारण
- हरियाणा मे शीत ऋतु मे वर्षा होती है: पश्चिमी विभोग के कारण
- हरियाणा राज्य का सबसे शुष्क क्षेत्र: महेन्द्र्गढ़, रेवाड़ी
- हरियाणा राज्य की गणना की जाती है: न्यून वर्षा वाले राज्यो मे
- हरियाणा राज्य की जलवायु: उपोषण कटिबंधीय शुष्क महाद्वीप
- समुन्द्र आधार पर हरियाणा की जलवायु: विषम जलवायु
- हरियाणा का चेरापुंजी कहा जाता है: छाछरोली, यमुनानगर
- हरियाणा की कुल वर्षा का 80 % भाग जुलाई से सितंबर के बीच होती है
- बाकी 20 % वर्षा बाकी के महीनों मे होती है जिसमे 10 % वर्षा मार्च व मई के महीने मे व बाकी के 10% वर्षा शीत काल मे होती है
- शीत काल मे होने वाली वर्षा को मावठ कहाँ जाता है
आशा करते हैं कि हमारे द्वारा दो गई जानकारी हरियाणा राज्य की जलवायु (Climate of Haryana State) से आप संतुष्ट होंगे और अधिक जानकारी लेने के लिए हमारे साथ जुड़िये