प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 दिसंबर 2024 को हरियाणा के पानीपत शहर में सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी, भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की बीमा सखी योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस योजना के तहत 2 लाख महिलाओं के लिए आय के अवसर पैदा करने के अलावा, एलआईसी की बीमा साक्षी योजना 2047 तक सभी के लिए बीमा के सरकार के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और एलआईसी की बीमा सखी योजना उसी दिशा में एक कदम है। इस अवसर पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद थीं।
![प्रधानमंत्री मोदी ने हरियाणा के पानीपत में एलआईसी की बीमा सखी योजना का शुभारंभ किया](https://haryanamagazine.com/wp-content/uploads/2024/12/ca.png)
एलआईसी की बीमा सखी योजना के बारे में
- बीमा सखी योजना सिर्फ महिलाओं के लिए है, और उन्हें तीन वर्षों तक प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि लोगों में, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, वित्तीय साक्षरता और बीमा उत्पादों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा दिया जा सके।
- बीमा सखी कहलाने वाली इन महिला प्रशिक्षुओं को एलआईसी बीमा पॉलिसियों को बेचने के लिए कमीशन के अलावा वजीफा भी मिलेगा।
- प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, महिलाएं एलआईसी बीमा एजेंट बन सकती हैं।
- योजना के पहले वर्ष में एलआईसी 2 लाख महिलाओं की भर्ती करेगा।
योजना की पात्रता एवं लाभ
- 18-70 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाएं बीमा सखी बनने के लिए पात्र हैं।
- उन्हें कम से कम 10वीं पास होना चाहिए।
- इस योजना के तहत एलआईसी के मौजूदा एजेंटों और कर्मचारियों या सेवानिवृत्त एलआईसी कर्मचारियों के रिश्तेदार, पात्र नहीं है।
- अगर महिलाएं कम से कम 24 पॉलिसी बेचती हैं, तो उन्हें पहले साल 48,000 रुपये (बोनस को छोड़कर) का कमीशन मिलेगा।
- हर बीमा सखी को 7,000 रुपये प्रति माह का वजीफा भी मिलेगा।
- दूसरे साल उन्हें कुछ शर्तों के साथ 6,000 रुपये प्रति माह का वजीफा मिलेगा।
- तीसरे साल कुछ शर्तों के साथ 5,000 रुपये प्रति माह का वजीफा मिलेगा।
जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के बारे में
- भारत सरकार ने 245 भारतीय और विदेशी बीमा कंपनियों का राष्ट्रीयकरण करके 1 सितंबर, 1956 को जीवन बीमा निगम की स्थापना की।
- एलआईसी की स्थापना ,जीवन बीमा निगम अधिनियम 1956 के प्रावधानों के तहत की गई थी।
- एलआईसी भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है, और इसका स्वामित्व केंद्र सरकार के पास है।
- इसके 113 मंडल कार्यालय और 8 क्षेत्रीय कार्यालय हैं।
- मुख्यालय: मुंबई, महाराष्ट्र
- मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक: सिद्धार्थ मोहंती
- एलआईसी का नारा: “योगक्षेमं वहाम्यहम्”,यह भगवद गीता से लिया गया है।